ऑपरेटरों को चेक करना होगा कि नंबर पोर्ट कराने का अनुरोध उस नंबर से तो नहीं आ रहा है, जिसे पिछले 10 दिनों में सिम स्वैप या रिप्लेस किया गया है
SIM Swap Fraud: ये फ्रॉड का दूसरा चरण है. पहले चरण में जालसाज फिशिंग, ट्रॉजन, मालवेयर के जरिए आपकी बैंक खाते की जानकारी हासिल करते हैं.